~: प्रेम की भाषा मधुर :~
True Love Need No Language
प्रेम की भाषा मधुर इस जग को क्या बताऊं मैं,,
ये जाने ना इंसानियत इनको प्रेम क्या सिखलाऊं मैं,,प्रेम मेेें ना बंधन कोई,,
ना तृष्णा है किसी बात की,,
प्रेम तो है प्रेम जो सिखलाए भाषा प्यार की,,करना कठिन नहीं इसको,,
जैसे मट्टी पर मट्टी लिखना,,
निभाना मुश्किल बहुत है इसको जैसे,,
पानी पर पानी लिखना,,
ये प्रेम है जग संसार का आधार प्रिय,,
तुम समझो इसको थोड़ा तो,,
ना करो इसका तिरष्कार प्रिय,,
प्रेम है ये प्रेम है,,
है रिश्ता बहुुुत पवित्र ये ,
प्रेम ही समझा सके बिन बाधा प्रेम की भाषा प्रिय l
By- Yachika Prapati
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